शिक्षा के उत्थान हेतु शिक्षको का सजग होना बहुत ज़रूरी
सीतापुर, 6 अगस्त शिक्षक न सिर्फ ज्ञान का सागर छात्रों में भरने का काम करता है बल्कि समाज को संगठित और उत्प्रेरित कर समाज का उत्थान करने का काम भी करता है। इसी भावना के साथ राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश पूरी ततपरता, लगन और परिश्रम के साथ कार्य कर रहा है।
उक्त उद्गार आज स्थानीय नेहरू हाल में आयोजित गुरु वंदन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम के पधारे महासंघ के अखिल भारतीय सहसंगठन मन्त्री ओमपाल ने व्यक्त किये। शिक्षक, कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली मांग का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि सरकारों को कर्मचारियों में भेद नही करना चाहिए। यह मांग महासंघ सदैव से करता आ रहा है। पुरानी पेंशन की सुविधा बन्द हो जाने से कर्मचारियों के समक्ष विकट समस्याएं उतपन्न हो रही है। वे अपने भविष्य को लेकर चिंतित है, उनकी यह चिंता जायज़ है कि आखिर सेवाकाल पूर्ण कर लेने के बाद उनका भविष्य क्या होगा और वह अपना पालन पोषण कैसे कर सकेंगे। मुख्य अतिथि ओमपाल ने कहा कि महासंघ इस मुद्दे पर गंभीर है और सरकार से पत्रचार और वार्तालाप लगातार जारी रक्खे है।
गुरु वंदन के इस कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्य पुरस्कार प्राप्त शिक्षक राम औतार शर्मा ने। उन्होंने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि शिक्षक को समाज मे आदर्श रूप में देखा जाता है। शिक्षक के प्रतिविम्ब की छाप अमिट होती है। इसलिए हमको विद्यालयों और समाज मे ऐसे प्रस्तुत होना चाहिए जोकि भावी और राष्ट्र के निर्माण में सहायक सिद्ध हो सके।
कार्यक्रम का संचालन विकास खण्ड परसेण्डी के पूर्व सह समन्वयक अनुपम दीक्षित ने किया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के सहसंगठन मन्त्री ओमपाल ने महासंघ की जिला शाख को स्थायित्व देते हुए जिला कार्यकारिणी की भी घोषणा की गई।
जनपद सीतापुर में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला अध्यक्ष के रूप में अनिल मिश्रा, कार्यकारी अध्यक्ष महेश मिश्रा, महिला उपाध्यक्ष पूजा सक्सेना, महामन्त्री राजीव गौड़ और सहसंगठन मन्त्री राजेश वर्मा को नियुक्त किया गया है। मंडल अध्यक्ष के रूप मुरलीधर के नाम की घोषणा की गई।
कार्यक्रम का शुभारम्भ कार्यक्रम अध्यक्ष राम औतार शर्मा, मुख्य अतिथि ओमोपाल, अनिल मिश्र, महेश मिश्र, द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया तथा अतिथियों का माल्यार्पण कर जोरदार स्वागत हुआ।
इस अवसर पर संजीव रावत, खुशतर रहमान खान, रंजन रॉय, अविनाश पाण्डेय, अभय तिवारी, मोहित श्रीवास्तव, ज्ञान दिक्षित, देवर्षि, के के यादव, अमित त्रिवेदी, धर्मेन्द्र तिवारी, राजेश सिंह, कैलाश यादव, राजेश मिश्र, मुरलीधर, आरिफ मोहम्मद आरिफ सहित सैकड़ों शिक्षक उपास्थि थे।
उक्त उद्गार आज स्थानीय नेहरू हाल में आयोजित गुरु वंदन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम के पधारे महासंघ के अखिल भारतीय सहसंगठन मन्त्री ओमपाल ने व्यक्त किये। शिक्षक, कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली मांग का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि सरकारों को कर्मचारियों में भेद नही करना चाहिए। यह मांग महासंघ सदैव से करता आ रहा है। पुरानी पेंशन की सुविधा बन्द हो जाने से कर्मचारियों के समक्ष विकट समस्याएं उतपन्न हो रही है। वे अपने भविष्य को लेकर चिंतित है, उनकी यह चिंता जायज़ है कि आखिर सेवाकाल पूर्ण कर लेने के बाद उनका भविष्य क्या होगा और वह अपना पालन पोषण कैसे कर सकेंगे। मुख्य अतिथि ओमपाल ने कहा कि महासंघ इस मुद्दे पर गंभीर है और सरकार से पत्रचार और वार्तालाप लगातार जारी रक्खे है।
गुरु वंदन के इस कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्य पुरस्कार प्राप्त शिक्षक राम औतार शर्मा ने। उन्होंने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि शिक्षक को समाज मे आदर्श रूप में देखा जाता है। शिक्षक के प्रतिविम्ब की छाप अमिट होती है। इसलिए हमको विद्यालयों और समाज मे ऐसे प्रस्तुत होना चाहिए जोकि भावी और राष्ट्र के निर्माण में सहायक सिद्ध हो सके।
कार्यक्रम का संचालन विकास खण्ड परसेण्डी के पूर्व सह समन्वयक अनुपम दीक्षित ने किया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के सहसंगठन मन्त्री ओमपाल ने महासंघ की जिला शाख को स्थायित्व देते हुए जिला कार्यकारिणी की भी घोषणा की गई।
जनपद सीतापुर में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला अध्यक्ष के रूप में अनिल मिश्रा, कार्यकारी अध्यक्ष महेश मिश्रा, महिला उपाध्यक्ष पूजा सक्सेना, महामन्त्री राजीव गौड़ और सहसंगठन मन्त्री राजेश वर्मा को नियुक्त किया गया है। मंडल अध्यक्ष के रूप मुरलीधर के नाम की घोषणा की गई।
कार्यक्रम का शुभारम्भ कार्यक्रम अध्यक्ष राम औतार शर्मा, मुख्य अतिथि ओमोपाल, अनिल मिश्र, महेश मिश्र, द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया तथा अतिथियों का माल्यार्पण कर जोरदार स्वागत हुआ।
इस अवसर पर संजीव रावत, खुशतर रहमान खान, रंजन रॉय, अविनाश पाण्डेय, अभय तिवारी, मोहित श्रीवास्तव, ज्ञान दिक्षित, देवर्षि, के के यादव, अमित त्रिवेदी, धर्मेन्द्र तिवारी, राजेश सिंह, कैलाश यादव, राजेश मिश्र, मुरलीधर, आरिफ मोहम्मद आरिफ सहित सैकड़ों शिक्षक उपास्थि थे।
Comments
Post a Comment