पत्नी ने दोस्त के साथ संबंध बनाने से इंकार किया तो पति ने किया ये…
भोपाल। पत्नी राखी बताया कि शनिवार सुबह 9 बजे पति से विवाद हुआ था। इसके बाद मैं नाराज होकर जंगल में चली गई थी। कुछ देर बाद पति ने मुझे फोन करके एक सुनसान जगह पर मिलने बुलाया था। वहां पहुंचने के बाद पति ने मुझसे साढ़े तीन लाख रुपयों की मांग की। जब मैंने पैसों का इंतजाम करने से इंकार किया तो वे नाराज हो गए।
पत्नी ने दोस्त के साथ संबंध बनाने से इंकार किया तो पति ने सल्फॉस खा कर आत्महत्या करने की कोशिश की। यह मामला मप्र के देवास जिले के सोनकच्छ तहसील का है। पति को गंभीर हालत में देवास के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
दोस्त से संबंध बनाने को कर रहा था मजबूर
मेरी बातों से नाराज होकर पति कुछ देर के लिए गुमसुम बैठ गए। मैंने उन्हें मनाने की कोशिश की। इस पर उन्होंने मुझसे कहा कि तुम मेरे एक दोस्त से शारीरिक संबंध बना लो। मैं छिपकर तुम दोनों का वीडियो बना लूंगा जिसके बाद हम दोनों मिलकर उसे ब्लैकमेल करेंगे और डेढ़ लाख रुपयों की मांग करेंगे। पैसे मिलते ही हम सारे सबूत मिटा देंगे। पति की इस बात पर मुझे काफी गुस्सा आया और मैंने ऐसा करने से साफ इंकार कर दिया। इससे नाराज होकर उन्होंने मौके पर ही सल्फॉस खा लिया। पति के सल्फॉस खाने के बाद मैंने 100 डायल को फोन किया और पुलिस की मदद से उन्हें सोनकच्छ अस्पताल ले गई जहां से उन्हें देवास रेफर कर दिया।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गड़खजूरिया के जीवन (38) ने पत्नी से विवाद के बाद सल्फॉस खा कर आत्महत्या की कोशिश की। पत्नी ने फौरन डायल 100 पर सूचना दी इसके बाद पति को सोनकच्छ के सरकारी सामुदायिक अस्पताल लाया गया। लेकिन वहां डॉक्टर नहीं होने के कारण युवक को देवास भिजवाया गया।
पत्नी के मुताबिक पति शराब पीने का आदी था। शराब के चक्कर में उस पर काफी कर्ज हो गया था जिसे चुकाने के लिए पति ने पत्नी को दोस्त के साथ संबंध बनाने के लिए कहा था। धनतेरस को भी जीवन ने जहर खा लेने की धमकी दी थी। इस मामले में आष्टा और सोनकच्छ पुलिस दोनों जांच कर रही हैं।
जीवन को जब पुलिस द्वारा सोनकच्छ अस्पताल लाया गया तो वहां ड्रेसर विजय चांदोलकर के अलावा एक अन्य कर्मी ही था। ड्यूटी डॉक्टर समीर शेख शुक्रवार की नमाज के लिए गए हुए थे। वहीं बीएमओ हेमंत गुप्ता मीटिंग में शामिल होने के लिए देवास गए हुए थे। जबकि महिला चिकित्सक ऋतु चौरे एक केस के सिलसिले में कोर्ट गई हुई थी। डॉक्टर नहीं होने से करीब 10 मिनट पीड़ित अस्पताल में ही तड़पता रहा। उसे बगैर प्राथमिक उपचार के देवास रैफर किया गया जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
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