CJI ने कोर्ट स्टाफ को बाहर निकालकर जजों के साथ की चाय पर चर्चा: सूत्र, AG ने कहा-अब कोई विवाद नहीं
सुप्रीम कोर्ट के जजों के बीच चल रहे विवाद के बीच हमेशा की तरह सभी जज सोमवार सुबह एक बार फिर लाउंज में इकट्ठा हुए और साथ में कॉफी चाय पी. हालांकि ऐसा हमेशा होता है कि लेकिन इस बार खास बात ये रही है उस वक्त सभी कोर्ट स्टॉफ को बाहर निकाल दिया गया. हो सकता है कि इस दौरान जजों के बीच आपस में खुल कर बात हुई हो. वहीं अटॉर्नी जनरल एजी वेणुगोपाल ने कहा कि कोर्ट में काम ठीक से जारी और अब विवाद नहीं.उन्होंने कहा कि सुबह हुई अनौपचारिक बैठक हुई है.
सुप्रीम कोर्ट रोजाना 10.30 बजे शुरू हो जाती है लेकिन सोमवार को 10.40 पर शुरू हुई. कोर्ट में सामान्य कामकाज शुरू हुआ.
सुप्रीम कोर्ट के वकील आरपी लूथर ने सीजेआई की बेंच से पहले कोर्ट नंबर दो में यह मामला उठाया. वकीलों ने कहा कि यह एक संस्था को नष्ट करने की साजिश है और इस पर सीजेआई को कार्रवाई करनी चाहिए. सीजेआई ने वकील की बातें सुनी और एक मुस्कान दी लेकिन कोई जवाब नहीं दिया.
सुप्रीम कोर्ट के वकील आरपी लूथर ने सीजेआई की बेंच से पहले कोर्ट नंबर दो में यह मामला उठाया. वकीलों ने कहा कि यह एक संस्था को नष्ट करने की साजिश है और इस पर सीजेआई को कार्रवाई करनी चाहिए. सीजेआई ने वकील की बातें सुनी और एक मुस्कान दी लेकिन कोई जवाब नहीं दिया.
इससे पहले रविवार को सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) के अध्यक्ष विकास सिंह ने चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा से मुलाकात की. सिंह ने शीर्ष न्यायपालिका में संकट को लेकर एक प्रस्ताव सौंपा जिस पर सुप्रीम कोर्ट की पूर्ण पीठ की बैठक होने की संभावना है, जिसमें मौजूदा संकट पर चर्चा हो सकती है.
वरिष्ठ वकील विकास सिंह ने सीजेआई दीपक मिश्रा से मुलाकात करने के बाद बताया कि उन्होंने एससीबीए के प्रस्ताव की एक प्रति प्रधान न्यायाधीश को सौंपी, जिन्होंने उस पर गौर करने का आश्चासन दिया. उनकी न्यायमूर्ति मिश्रा से करीब 15 मिनट बातचीत हुई. सिंह ने कहा, ‘‘मैं प्रधान न्यायाधीश से मिला और प्रस्ताव की प्रति उन्हें सौंपी. उन्होंने कहा कि वह इस पर गौर करेंगे और सुप्रीम कोर्ट में जल्द-से-जल्द सौहार्द कायम करेंगे.’’
वरिष्ठ वकील विकास सिंह ने सीजेआई दीपक मिश्रा से मुलाकात करने के बाद बताया कि उन्होंने एससीबीए के प्रस्ताव की एक प्रति प्रधान न्यायाधीश को सौंपी, जिन्होंने उस पर गौर करने का आश्चासन दिया. उनकी न्यायमूर्ति मिश्रा से करीब 15 मिनट बातचीत हुई. सिंह ने कहा, ‘‘मैं प्रधान न्यायाधीश से मिला और प्रस्ताव की प्रति उन्हें सौंपी. उन्होंने कहा कि वह इस पर गौर करेंगे और सुप्रीम कोर्ट में जल्द-से-जल्द सौहार्द कायम करेंगे.’’
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