व्यास पीठाधीश्वर श्री अनिल शास्त्री जी को गुरु दक्षिणा के रूप में दान कर दिया
विश्वा सीतापुर श्री बच्चूलाल रामदुलारी महाविद्यालय विश्वा के प्रबंधक डॉ अंशुमान मिश्रा ने महाविद्यालय को गुरु दक्षिणा में अपने गुरु व्यास पीठाधीश्वर श्री अनिल शास्त्री जी को गुरु दक्षिणा के रूप में दान कर दिया साथ ही विद्यालय से संबंधित समस्त संपत्ति भी उन्हें सौंप दी मालूम हो कि श्री बच्चूलाल रामदुलारी जिनके कोई संतान न होने के कारण डॉ के जी मिश्रा ने उनकी संपत्ति से एक विद्यालय का निर्माण कराया जिससे विश्वा क्षेत्र के ग्रामीण अंचल के निवासियों को शिक्षा सुविधा मुहैया कराई जा सके 1990 से यह विद्यालय अनवरत क्षेत्र के बालक बालिकाओं को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा है श्री के जी मिश्रा ने शारीरिक अस्वस्थता के कारण मुक्त विद्यालय की बागडोर अपने पुत्र डॉ अंशुमान मिश्रा को सौंप दी उन्होंने अपने कार्यकाल में विद्यालय को ऊंचाइयों तक पहुंचाया साथी बालक बालिकाओं के अध्ययन पर जोर देकर उनके सर्वांगीण विकास पर ध्यान केंद्रित किया इस विषय पर डॉ अंशुमान मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने कहा के चिकित्सक होने के नाते हमारी विशेषताएं बढ़ गई हैं पिताजी मैं जो दायित्व मुझे सौंपा था उसको हमने पूरी जिम्मेदारी के साथ निभाने का प्रयत्न किया उससे वह संतुष्ट भी रहे शर्मा स्तर कर्मचारियों छात्र छात्राओं के साथ हमारे मधुर संबंध रहे चिकित्सक होने के नाते काफी व्यस्तता हो गई तो मैंने पिता जी की आज्ञा अनुसार मुक्त विद्यालय को अपने परम आदरणीय गुरु जी अशोक दिया है इस विषय पर व्यास पीठाधीश्वर अनिल शास्त्री का कहना था कि हमारे शिष्य द्वारा जो विद्यालय मुझे गुरु दक्षिणा स्वरूप दान में दिया गया है यह समाज की संपत्ति है मेरा यह प्रयास रहेगा कि अपने शिष्यों की भावना अनुरूप हम इस विद्यालय को उच्च शिखर तक पहुंचाएं और क्षेत्र के छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास का प्रयास करें हम पूरे क्षेत्र वासियों को यह विश्वास दिलाना चाहते हैं कि वक्त विद्यालय आपकी भावनाओं की कसौटी पर खरा उतरेगा और जिस तरीके से विद्यालय आज तक संचालित होता रहा है मेरा यह प्रयास रहेगा कि उससे अधिक विद्यालय क्रियाशील रहे यहां के अध्यापक और कर्मचारियों के बीच में सामंजस्य रहे इसी अपेक्षा के साथ हम इस विद्यालय को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे और जिन विषयों की उपलब्धता आज विद्यालय में नहीं है उन विषयों का अध्ययन कार्य शीघ्र प्रारंभ कराने का प्रयास करेंगे आज विद्यालय में काफी हर्ष का वातावरण रहा सभी छात्र छात्राएं और कर्मचारी गुरु जी के और तत्कालीन प्रबंधक डॉक्टर के जी मिश्रा व उनके पुत्र अंशुमान मिश्रा के सानिध्य में यह आश्वासन पाकर काफी खुश नजर आए
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