मैं नरेंद्र मोदी की पत्नी, मुझे मेरा हक चाहिए : एनडीटीवी से जसोदाबेन
आरटीआई दाखिल करके अपनी सुरक्षा का ब्योरा मांगने वाली जसोदाबेन का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पत्नी होने के नाते, जो सुविधाएं उन्हें मिलनी चाहिए, वह अब तक नहीं मिली हैं। जसोदा बेन ने एनडीटीवी इंडिया से खास बातचीत में कहा कि उनको कोई सरकारी सुविधा नहीं मिल रही है।
जसोदाबेन ने एनडीटीवी से खास बातचीत में कहा कि सिक्योरिटी तो सारी है, हम स्कूटर पर या रिक्शा पर, या पैदल जाते हैं और सिक्योरिटी वाले पीछे गाड़ी से आते हैं। सरकारी मदद मिलती है तो क्या परेशानी। सब सुविधाएं चाहिए, मैं उनकी पत्नी हूं, हक नहीं मिला, हक मिलना चाहिए। जसोदाबेन ने कहा कि पेंशन के 15 हजार मिलते हैं, सुविधाएं नहीं मिली। सरकारी मदद मिलेगी तो अच्छा है। मुझे न्याय भी मिलना चाहिए। वो अच्छे काम करते रहें, मैं यही प्रार्थना करती हूं।गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पत्नी जसोदाबेन ने सरकार की ओर से उन्हें दिए जा रहे सुरक्षा कवर का विवरण मांगते हुए एक आरटीआई आवेदन दायर किया है। उल्लेखनीय है कि इस साल मई में नरेंद्र मोदी के पीएम बनने के बाद से ही जसोदाबेन को चौबीसों घंटे सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है।
गुजरात में मेहसाणा जिले के ऊंझा स्थित ब्राह्मणवाड़ा गांव में रह रही जसोदाबेन ने तीन पन्नों के अपने आवेदन में कहा, मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पत्नी हूं और मैं जानना चाहती हूं कि प्रोटोकॉल के मुताबिक सुरक्षा कवर के अलावा मैं और कौन सी सुविधाओं की हकदार हूं।
इसके साथ ही उन्होंने शिकायत की है, मैं तो सार्वजनिक वाहन में सफर करती हूं, जबकि मेरे निजी सुरक्षाकर्मी सरकारी गाड़ियों में सफर करते हैं। उनके आवेदन में कहा गया है, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के सुरक्षाकर्मियों द्वारा ही उनकी हत्या किए जाने की घटना को ध्यान में रखते हुए, मैं सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी से कई बार भयभीत हो जाती हूं। इसलिए कृपया कर मेरी सुरक्षा में लगाए गए सुरक्षाकर्मियों की जानकारी मुझे मुहैया कराएं।
इससे पहले नरेंद्र मोदी इस साल लोकसभा चुनाव के दौरान वडोदरा लोकसभा क्षेत्र से दायर आवेदन पत्र के साथ दिए हलफनामे में पहली बार खुद के विवाहित होने का खुलासा किया था और वैवाहिक स्थिति से जुड़े अनिवार्य कॉलम में जसोदाबेन का नाम लिखा था।
जसोदाबेन ने एनडीटीवी से खास बातचीत में कहा कि सिक्योरिटी तो सारी है, हम स्कूटर पर या रिक्शा पर, या पैदल जाते हैं और सिक्योरिटी वाले पीछे गाड़ी से आते हैं। सरकारी मदद मिलती है तो क्या परेशानी। सब सुविधाएं चाहिए, मैं उनकी पत्नी हूं, हक नहीं मिला, हक मिलना चाहिए। जसोदाबेन ने कहा कि पेंशन के 15 हजार मिलते हैं, सुविधाएं नहीं मिली। सरकारी मदद मिलेगी तो अच्छा है। मुझे न्याय भी मिलना चाहिए। वो अच्छे काम करते रहें, मैं यही प्रार्थना करती हूं।गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पत्नी जसोदाबेन ने सरकार की ओर से उन्हें दिए जा रहे सुरक्षा कवर का विवरण मांगते हुए एक आरटीआई आवेदन दायर किया है। उल्लेखनीय है कि इस साल मई में नरेंद्र मोदी के पीएम बनने के बाद से ही जसोदाबेन को चौबीसों घंटे सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है।
गुजरात में मेहसाणा जिले के ऊंझा स्थित ब्राह्मणवाड़ा गांव में रह रही जसोदाबेन ने तीन पन्नों के अपने आवेदन में कहा, मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पत्नी हूं और मैं जानना चाहती हूं कि प्रोटोकॉल के मुताबिक सुरक्षा कवर के अलावा मैं और कौन सी सुविधाओं की हकदार हूं।
इसके साथ ही उन्होंने शिकायत की है, मैं तो सार्वजनिक वाहन में सफर करती हूं, जबकि मेरे निजी सुरक्षाकर्मी सरकारी गाड़ियों में सफर करते हैं। उनके आवेदन में कहा गया है, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के सुरक्षाकर्मियों द्वारा ही उनकी हत्या किए जाने की घटना को ध्यान में रखते हुए, मैं सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी से कई बार भयभीत हो जाती हूं। इसलिए कृपया कर मेरी सुरक्षा में लगाए गए सुरक्षाकर्मियों की जानकारी मुझे मुहैया कराएं।
इससे पहले नरेंद्र मोदी इस साल लोकसभा चुनाव के दौरान वडोदरा लोकसभा क्षेत्र से दायर आवेदन पत्र के साथ दिए हलफनामे में पहली बार खुद के विवाहित होने का खुलासा किया था और वैवाहिक स्थिति से जुड़े अनिवार्य कॉलम में जसोदाबेन का नाम लिखा था।
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