उपजिलाधिकारी ने बनवाया राशन कार्ड
निराश्रित दिव्यांग का समाज सेवी आलोक शुक्ला की पहल पर तहसील की मुखिया उपजिलाधिकारी ने बनवाया राशन कार्ड। मिश्रित सीतापुर बीती12/13 जनवरी की रात कुछ पशु बधिको द्वारा विश्व प्रसिद्ध पौराणिक क्षेत्र को कलंकित करने के लिए आधा सैकड़ा पशुओं की निर्मम हत्या कर उनकी आस्थियों को आदि गंगा गोमती में बरगदिया पुल के पास डाल दिया गया था उक्त अस्थियो को नदी की धार से निकलवाने में जहां प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ पांव फूल रहे थे
वहीं इसी क्षेत्र के एक दिव्यांग ने अपने बुलंद हौसले का परिचय देते हुए नदी की धार में पड़ी अस्थियो को निकलवाने में प्रशासन की पूरी मदद की थी दोनों पैरों से दिव्यांग रमेश कश्यप पुत्र छोटे लाल निवासी राजघाट नैमिषारण्य के पास जीवन यापन का कोई साधन न होने के कारण यहां के युवा समाजसेवी आलोक शुक्ला ने तहसील की मुखिया उप जिलाधिकारी शुश्री शेरी से दिव्यांग का राशन कार्ड बनवाने का अनुरोध किया था जिस पर उप जिलाधिकारी ने गंभीरता से संज्ञान लेते हुए तहसील के पूर्ति अधिकारी को दिव्यांग का यथाशीघ्र राशन कार्ड उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था
उसी के क्रम में आज पूर्ति अधिकारी ने निराश्रित दिव्यांग को खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत राशन कार्ड उपलब्ध कराकर उसके निराश्रित जीवन को नया आयाम दे दिया है जिससे निराश्रित दिव्यांग ने भावुक भाव मे तहसील की मुखिया उप जिलाधिकारी एवं समाज सेवी आलोक शुक्ला के साथ सभी अधिकारियों को हार्दिक बधाई देते हुए कहने लगा कि मेरा तो जीवन ही दिव्यांग है लेकिन मैं अपने बुलंद हौसले से सामाजिक कार्यों में हाथ बटाने मे पीछे नहीं हटूंगा यही मेरी नैमिष क्षेत्र की सच्ची तपस्या है।
वहीं इसी क्षेत्र के एक दिव्यांग ने अपने बुलंद हौसले का परिचय देते हुए नदी की धार में पड़ी अस्थियो को निकलवाने में प्रशासन की पूरी मदद की थी दोनों पैरों से दिव्यांग रमेश कश्यप पुत्र छोटे लाल निवासी राजघाट नैमिषारण्य के पास जीवन यापन का कोई साधन न होने के कारण यहां के युवा समाजसेवी आलोक शुक्ला ने तहसील की मुखिया उप जिलाधिकारी शुश्री शेरी से दिव्यांग का राशन कार्ड बनवाने का अनुरोध किया था जिस पर उप जिलाधिकारी ने गंभीरता से संज्ञान लेते हुए तहसील के पूर्ति अधिकारी को दिव्यांग का यथाशीघ्र राशन कार्ड उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था
उसी के क्रम में आज पूर्ति अधिकारी ने निराश्रित दिव्यांग को खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत राशन कार्ड उपलब्ध कराकर उसके निराश्रित जीवन को नया आयाम दे दिया है जिससे निराश्रित दिव्यांग ने भावुक भाव मे तहसील की मुखिया उप जिलाधिकारी एवं समाज सेवी आलोक शुक्ला के साथ सभी अधिकारियों को हार्दिक बधाई देते हुए कहने लगा कि मेरा तो जीवन ही दिव्यांग है लेकिन मैं अपने बुलंद हौसले से सामाजिक कार्यों में हाथ बटाने मे पीछे नहीं हटूंगा यही मेरी नैमिष क्षेत्र की सच्ची तपस्या है।
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