दलाली व घूसखोरी को लेकर इ0यूपी0ग्रा0 बैंक टॉप पर


                                                                           

योगी सरकार की नीतियों को पलीता लगा रहे बैंक के अधिकारी कर्मचारी।

दलाली व घूसखोरी को लेकर क्षेत्रवासियों में बढ़ा रोष
नोटबंदी के बाद से अबतक दलालों के चंगुल से उबर नहीं पाई इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक शाखा सांडा

सांडा-- विकास खंड सकरन की इलाहाबाद यू0पी0 ग्रामीण बैंक शाखा सांडा में नवागत शाखा प्रबंधक  ओम प्रकाश वर्मा  व हाल ही में फील्ड अफसर के पद पर तैनात राम नरेश यादव के द्वारा नियमों को ताक पर रखकर अपनी मनमानी कार्यशैली के चलते बैंक के खाताधारको को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं

 उनके आते ही बैंक में दलाली का कार्य चरम सीमा पर पहुच गया है जहां एक और  शाखा प्रबंधक के द्वारा  किसान क्रेडिट कार्डों व किसान ऋण मोचन योजना में जमकर लूट की जा रही है तो वहीं दूसरी ओर  नवागत फील्ड ऑफिसर के द्वारा खाताधारकों से अपना ही पैसा निकलवाने में  घूसखोरी व दलाली करवाई जा रही है हद तो तब हो गई जब वह खुद तो कैश काउंटर पर कैश वितरण करते है और अपने बेटे को विड्रॉल पोस्ट करने पर लगाते है 

बड़ी बात यह है की उनका बेटा बैंक में न तो कोई कर्मचारी है और ना ही पोस्ट पर है फिर भी वह विड्रॉल पोस्ट करता है और पिता पुत्र ने मिलकर एक अनिल यादव नाम का दलाल रख रखा है अधिकतर पासबुक उसके हाथों से लेकर पास की जाती हैं और भुगतान किया जाता है यह तो एक बानगी मात्र है  इस शाखा में सुबह से लेकर शाम तक  दर्जनों की संख्या में  दलाल घूमते रहते हैं किसान कार्ड  से लेकर  पैसा निकालने तक हर चीज के रेट फिक्स है और साथ ही प्रत्येक कर्मचारी के अपने दलाल भी फिक्स है 

यह कोई नई बात नहीं है इससे पूर्व भी क्षेत्र में इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक मदनापुर ,भारतीय स्टेट बैंक सांडा ,इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक गुड़ियन पुरवा, इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक खानपुर ,पंजाब नेशनल बैंक रेवान व इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक सकरन भी नोटबंदी के बाद से अब तक दलालों के चंगुल से मुक्त नहीं हो पाई है और आए दिन दलाली की रकम को लेकर इन बैंकों में कोई ना कोई घटनाएं होती रहती हैं परंतु यह शाखाएं भ्रष्टाचार के किसी भी मामले में इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक शाखा सांडा से बहुत पीछे हैं ।
ऐसे में सवाल यह उठता है क्या वास्तव में योगी मोदी का भ्रष्टाचार मुक्त भारत का सपना पूरा हो पाएगा।
खाताधारक चंद्रभाल चौरसिया, ओमप्रकाश सिंह, पवन मिश्रा पवनदीप, शंकर, रामलखन ,श्यामलाल, रामसिंह, राकेश, अनीश, रामनाथ ,

अभिषेक, संकेत, सत्येंद्र आदि ने बताया कि इस तरह की दलाली घूसखोरी व भ्रष्टाचार अब तक किसी बैंकों में नहीं हुआ था यहा तो अपना पैसा निकालने के लिए भी सुविधा शुल्क देना पड़ता है शाखा प्रबंधक के द्वारा एक दर्जन दलालों को सिर्फ सुविधा शुल्क वसूलने के लिए रखा गया है क्षेत्र वासियों की ओर से जिलाधिकारी महोदय को प्रार्थना पत्र भेजकर उच्चस्तरीय कार्यवाही की मांग की गई है।

क्या कहते हैं जिम्मेदार-- बैंक में हो रही बड़े पैमाने पर दलाली घूसखोरी व भ्रष्टाचार को लेकर उप जिलाधिकारी बिसवां अतुल श्रीवास्तव से बात की गई तो उन्होंने बताया इस तरीके का कोई भी मामला उनके संज्ञान में नहीं है फिर भी जांच कराई जाएगी यदि कोई भी व्यक्ति संलिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी।
वही शाखा प्रबंधक ओमप्रकाश वर्मा ने बताया कि लगाए गए आरोप निराधार हैं ।

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