आजादी के बाद रामपुर मथुरा ब्लाक में नहीं हुई चकबन्दी: ज्ञान तिवारी
-ग्रामीणों ने चकबन्दी कराये जाने की मांग को लेकर विधायक को सौंपा ज्ञापन
सीतापुर। आजादी के बाद बहुत से ऐसे गांव जिले में हैं जहां अभी तक चकबंदी नहीं हो सकी है। इस कारण गांव में छोटे मोटे विवाद होते हैं। ग्रामसमाज व नदियों की भारी मात्रा में जमीन पर लोगों का कब्जा है। जबकि गांव की वास्तविक गरीब भूमिहीन हैं। उन्हें रहने व कमाने के लिए दूसरों की जमीनों पर बटाई के रूप में काम करना पड़ रहा है। ऐसा प्रयास किया जा रहा है कि हर गरीब को रहने के लिए आवास कमाने के लिए खेत मिल सके। इसके लिए गांव में नए सिरे से चकबंदी प्रक्रिया का काम कराने की जरूरत है।
यह बात सेउता विधायक ज्ञान तिवारी ने रामपुर मथुरा विकास खंड के ग्राम अफसरिया व बगस्ती में आयोजित ग्राम सभाओं की बैठक में कही। विधायक ने कहा रामपुर मथुरा विकास खंड में आजादी के बाद चकबंदी किसी भी गांव में नहीं हुई है जिस कारण गांवो में लोगों को विवादों का सामना करना पड़ रहा है। चकबंदी न होने से ग्राम समाज सहित बहुत सी सरकारी भूमि लोगों के अवैध कब्जे में है। विधायक ने कहा अगर ग्रामवासी सहमत हैं तो इन 2 गांव से रामपुर मथुरा क्षेत्र में चकबंदी का काम शुरू किया जाए। इस दौरान दोनों ग्राम सभाओं के ग्रामीणों व ग्रामसभा के सदस्य ने सहमति दी कि दोनों गांव में चकबंदी का काम शुरू हो। इस मौके पर चकबंदी विभाग के अधिकारियों ने चकबंदी प्रक्रिया की पूरी जानकारी ग्रामीणों को दी। चकबंदी अधिकारी ने बताया कि चकबंदी प्रक्रिया के लिए ग्रामसभा का प्रस्ताव आएगा इसके बाद यह प्रस्ताव डीएम के माध्यम से शासन को जाएगा। शासन की सहमति व गजट के बाद चकबंदी का काम शुरू किया जाएगा। चकबंदी के दौरान गांव के जो भी विवाद होगे वह चकबंदी अधिकारियों के स्तर से ही हल किए जाएंगे। कई गांव में चकबंदी होने पर क्षेत्र में एक चकबंदी कार्यालय खोला जाएगा। जिसमें लेखपाल कानूनगो सहित अधिकारियों की तैनाती की जाएगी और चकबंदी प्रक्रिया पूरी होगी। इस मौके पर विधायक प्रतिनिधि ओमप्रकाश मिश्रा, जिला बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी सुरेश चंद जायसवाल, मंडल अध्यक्ष लक्ष्मी मौर्या आडवाणी, लल्ला मिश्रा प्रधान सहित भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
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